नेपाल में शुक्रवार 03 Nov 2023 देर रात आए भूकंप से भारी तबाही हुई। अनुमान है की अब तक 154 लोगों की मौत हो गई, वहीं हजारों लोग घायल हैं। भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई जा रही है। भारत के कई राज्यों में भी भूकंप के जटके महसूस किए गए हैं। बिहार, यूपी, दिल्ली और उसके आसपास नोएडा में भी भूकंप के झटके महसूस हुई हैं, जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए थे।

देर रात के समय भूकंप:
नेपाल की राजधानी काठमांडू से इसकी दूरी 519 किलोमीटर थी। ये झटके रात करीब 11.47 बजे महसूस किए गए।
नेपाल के पीएमओ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया।
यह भूकंप एक महीने में तीसरी बार आया है, नेपाल में अभी भी 2015 के भयानक भूकंप की यादें ताजा हैं, जिसमें लगभग 8,000 लोगों की मौत थी।
नेपाल में क्यों आते है भूकंप :
इसके पीछे कारण है टेक्टोनिक प्लेट की गतिविधियाँ। नेपाल अपनी स्थिति के कारण भूकंप के लिए बहुत संवेदनशील ह। बड़ी टेक्टोनिक प्लेटें पृथ्वी की परत बनाती है। ये प्लेटें गतिमान हैं और हर समय एक-दूसरे से टकराती रहती है। नेपाल दो विशाल टेक्टोनिक प्लेटों- इंडो-ऑस्ट्रेलियाई और एशियाई प्लेटों की सीमा पर स्थित ह। इन प्लेटों के टकराव के कारण ही हिमालय पर्वत बना ह। इसके साथ-साथ ही टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकराने से भूकंप भी आते है। ये दोनों प्लेटें हर साल लगभग 5 सेमी की दर से एक दूसरे के ऊपर और नीचे धकेले जा रहे है। हालांकि यह ज्यादा नहीं लगता है, लेकिन जब यह फाॅर्स एकसाथ हो तो ज्यादा हो जाता है, तो इसका नतीजा भयानक भूकंप होता है, और काफी विनाशकारी होता है।
