Zee-Sony merger deal होगी रद्द
Sony अब Zee Entetainment के साथ अपनी इंडियन यूनिट के merger agreement को कैंसिल करने की योजना बना रहा है, जिसका मूल्य 10 बिलियन डॉलर है। इस मर्जर का ऐलान साल 2021 में हुआ था। लेकिन जी एंटरटेनमेंट के CEO पुनीत गोयनका के नेतृत्व में गतिरोध के कारण यह डील संकट में आ गयी है।
8 जनवरी, सोमवार को ब्लूमबर्ग ने इसके बारे में रिपोर्ट की है, जिसमें सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सोनी ने 20 जनवरी से पहले इस डील को रद्द करने का आधिकारिक ऐलान करने की योजना बनाई है। हालांकि, दोनों कंपनियों के बीच चर्चा जारी है और समाधान की संभावना है, जो समय सीमा से पहले हो सकती है। इसके बावजूद, Sony और Zee Entetainment के प्रतिनिधियों ने अभी तक कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया है। सोनी ग्रुप कॉर्प और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के पास इस मर्जर को बंद करने के लिए एक महीने का ग्रेस पीरियड है।
साल 2021 में हुआ था मर्जर का ऐलान
साल 2021 दिसंबर में इस मर्जर का ऐलान हुआ था, जिसमें ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी कॉर्प की सहायक कंपनी सोनी पिक्चर्स शामिल हुई थीं। लेकिन, जी एंटरटेनमेंट के कुछ कर्जदाताओं और अन्य कारणों से यह मर्जर रुक गया। इस मर्जर से Zee+Sony देश का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट नेटवर्क बनता, जिसमें 24% से अधिक व्यूअरशिप होती।
डील रद्द होने का कारण ,सोनी नहीं चाहता पुनीत गोयनका CEO बने
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक जब यह मर्जर एग्रीमेंट साइन हुआ था, तब पुनीत गोयनका को मर्जर से बनी इस नई कंपनी का नेतृत्व संभालने का समझौता हुआ था, लेकिन अब नियामक जांच के कारण सोनी नहीं चाहती कि वह कंपनी के CEO बनें।
SEBI ने लिया था एक्शन
SEBI ने पिछले साल एक अंतरिम आदेश में एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट के सीईओ पुनीत गोयनका पर किसी लिस्टेड कंपनी या उसकी सब्सिडियरी में डायरेक्टर पद पर होने पर रोक लगा दी थी। आरोप है कि उन्होंने पद का मिसयूज किया और लिस्टेड कंपनी और उसकी सब्सिडियरी में फंड्स की हेराफेरी की। पुनीत गोयनका ने इस आदेश के खिलाफ सैट से राहत प्राप्त की है।
डील रद्द होने पर क्या होगा ?
इस खबर के बाद, सोमवार को जी एंटरटेनमेंट के शेयरों में बड़ी गिरावट आई, जिससे शेयर 2% गिरकर 277.45 रुपये पर बंद हुआ। डील का रद्द होने पर शेयर में मंगलवार को तेज गिरावट की संभावना है, क्योंकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर डील होती है, तो शेयर की री-रेटिंग की जा सकती है, लेकिन इसकी संभावना अभी बहुत कम है।